Durga Chalisa Lyrics in Hindi PDF Download | श्री दुर्गा चालीसा – नमो नमो दुर्गे सुख करनी।

दुर्गा चालीसा (Durga Chalisa) एक हिंदू भक्ति मंत्र है जो दिव्य मां दुर्गा का सम्मान करता है। माना जाता है कि इस गीत में नकारात्मक ऊर्जा और बाधाओं को दूर करने और स्वास्थ्य, धन और समृद्धि का आशीर्वाद देने की क्षमता है।

Durga Chalisa Lyrics in Hindi
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Durga Chalisa Video with Lyrics on Youtube

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Durga Chalisa Lyrics in Hindi | दुर्गा चालीसा के बोल हिंदी में

नमो नमो दुर्गे सुख करनी ।
नमो नमो दुर्गे दुःख हरनी ॥

निरंकार है ज्योति तुम्हारी ।
तिहूँ लोक फैली उजियारी ॥

शशि ललाट मुख महाविशाला ।
नेत्र लाल भृकुटि विकराला ॥

रूप मातु को अधिक सुहावे ।
दरश करत जन अति सुख पावे ॥ ४

तुम संसार शक्ति लै कीना ।
पालन हेतु अन्न धन दीना ॥

अन्नपूर्णा हुई जग पाला ।
तुम ही आदि सुन्दरी बाला ॥

प्रलयकाल सब नाशन हारी ।
तुम गौरी शिवशंकर प्यारी ॥

शिव योगी तुम्हरे गुण गावें ।
ब्रह्मा विष्णु तुम्हें नित ध्यावें ॥ ८

रूप सरस्वती को तुम धारा ।
दे सुबुद्धि ऋषि मुनिन उबारा ॥

धरयो रूप नरसिंह को अम्बा ।
परगट भई फाड़कर खम्बा ॥

रक्षा करि प्रह्लाद बचायो ।
हिरण्याक्ष को स्वर्ग पठायो ॥

लक्ष्मी रूप धरो जग माहीं ।
श्री नारायण अंग समाहीं ॥ १२

क्षीरसिन्धु में करत विलासा ।
दयासिन्धु दीजै मन आसा ॥

हिंगलाज में तुम्हीं भवानी ।
महिमा अमित न जात बखानी ॥

मातंगी अरु धूमावति माता ।
भुवनेश्वरी बगला सुख दाता ॥

श्री भैरव तारा जग तारिणी ।
छिन्न भाल भव दुःख निवारिणी ॥ १६

केहरि वाहन सोह भवानी ।
लांगुर वीर चलत अगवानी ॥

कर में खप्पर खड्ग विराजै ।
जाको देख काल डर भाजै ॥

सोहै अस्त्र और त्रिशूला ।
जाते उठत शत्रु हिय शूला ॥

नगरकोट में तुम्हीं विराजत ।
तिहुँलोक में डंका बाजत ॥ २०

शुम्भ निशुम्भ दानव तुम मारे ।
रक्तबीज शंखन संहारे ॥

महिषासुर नृप अति अभिमानी ।
जेहि अघ भार मही अकुलानी ॥

रूप कराल कालिका धारा ।
सेन सहित तुम तिहि संहारा ॥

परी गाढ़ सन्तन पर जब जब ।
भई सहाय मातु तुम तब तब ॥ २४

अमरपुरी अरु बासव लोका ।
तब महिमा सब रहें अशोका ॥

ज्वाला में है ज्योति तुम्हारी ।
तुम्हें सदा पूजें नरनारी ॥

प्रेम भक्ति से जो यश गावें ।
दुःख दारिद्र निकट नहिं आवें ॥

ध्यावे तुम्हें जो नर मन लाई ।
जन्ममरण ताकौ छुटि जाई ॥ २८

जोगी सुर मुनि कहत पुकारी ।
योग न हो बिन शक्ति तुम्हारी ॥

शंकर आचारज तप कीनो ।
काम अरु क्रोध जीति सब लीनो ॥

निशिदिन ध्यान धरो शंकर को ।
काहु काल नहिं सुमिरो तुमको ॥

शक्ति रूप का मरम न पायो ।
शक्ति गई तब मन पछितायो ॥ ३२

शरणागत हुई कीर्ति बखानी ।
जय जय जय जगदम्ब भवानी ॥

भई प्रसन्न आदि जगदम्बा ।
दई शक्ति नहिं कीन विलम्बा ॥

मोको मातु कष्ट अति घेरो ।
तुम बिन कौन हरै दुःख मेरो ॥

आशा तृष्णा निपट सतावें ।
मोह मदादिक सब बिनशावें ॥ ३६

शत्रु नाश कीजै महारानी ।
सुमिरौं इकचित तुम्हें भवानी ॥

करो कृपा हे मातु दयाला ।
ऋद्धिसिद्धि दै करहु निहाला ॥

जब लगि जिऊँ दया फल पाऊँ ।
तुम्हरो यश मैं सदा सुनाऊँ ॥

श्री दुर्गा चालीसा जो कोई गावै ।
सब सुख भोग परमपद पावै ॥ ४०

देवीदास शरण निज जानी ।
कहु कृपा जगदम्ब भवानी ॥

॥दोहा॥
शरणागत रक्षा करे,
भक्त रहे नि:शंक ।
मैं आया तेरी शरण में,
मातु लिजिये अंक ॥
॥ इति श्री दुर्गा चालीसा ॥

Durga Chalisa Lyrics in Hindi PDF Download

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Benefits of Durga Chalisa | दुर्गा चालीसा के लाभ

दुर्गा चालीसा एक भक्तिपूर्ण स्तोत्र है जो देवी दुर्गा की स्तुति करता है और उनसे आशीर्वाद मांगता है। दुर्गा चालीसा का पाठ या जप करने के कुछ लाभ इस प्रकार हैं:

  • आस्था और भक्ति बढ़ाता है: दुर्गा चालीसा का भक्ति और समर्पण के साथ पाठ करने से देवी दुर्गा के प्रति आस्था मजबूत हो सकती है और उनके प्रति उनकी भक्ति बढ़ सकती है।
  • सुरक्षा प्रदान करता है: माना जाता है कि दुर्गा चालीसा का नियमित रूप से पाठ करने वालों पर एक शक्तिशाली सुरक्षात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसा कहा जाता है कि यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर भगाता है और भक्त को नुकसान से बचाता है।
  • आंतरिक शांति को बढ़ावा देता है: दुर्गा चालीसा का जाप मन पर शांत प्रभाव डाल सकता है और आंतरिक शांति और शांति को बढ़ावा दे सकता है।
  • बाधाओं को दूर करने में मदद करता है: माना जाता है कि भजन देवी दुर्गा के आशीर्वाद का आह्वान करके जीवन में आने वाली बाधाओं और चुनौतियों को दूर करने में मदद करता है।
  • सौभाग्य लाता है: दुर्गा चालीसा का पाठ ईमानदारी और भक्ति के साथ करने से जीवन में सौभाग्य और समृद्धि आती है।
  • नकारात्मक कर्म को दूर करता है: माना जाता है कि इस स्तोत्र में नकारात्मक कर्म को भंग करने और भक्त के मन और आत्मा को शुद्ध करने की शक्ति है।
  • आध्यात्मिक विकास को बढ़ाता है: नियमित रूप से दुर्गा चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति अपने आध्यात्मिक विकास को बढ़ा सकता है और परमात्मा के साथ गहरा संबंध विकसित कर सकता है।
  • आत्मविश्वास और साहस को बढ़ाता है: दुर्गा चालीसा को भक्तों में साहस और आत्मविश्वास की भावना जगाने के लिए जाना जाता है, जो उन्हें अधिक ताकत और दृढ़ संकल्प के साथ चुनौतियों और बाधाओं का सामना करने में मदद कर सकता है।
  • ध्यान और एकाग्रता बढ़ाता है: भजन की पुनरावृत्ति ध्यान और एकाग्रता को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है, जो आध्यात्मिक अभ्यास या ध्यान में लगे लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है।
  • समग्र कल्याण में सुधार करता है: दुर्गा चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति के शारीरिक, भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जिससे समग्र कल्याण को बढ़ावा मिलता है।
  • भय और नकारात्मकता को दूर करता है: दुर्गा चालीसा का जाप मन से भय और नकारात्मक विचारों को दूर करने में मदद कर सकता है, शांति और सकारात्मकता की भावना लाता है।
  • आशीर्वाद का आह्वान करता है: भजन के पाठ के माध्यम से देवी दुर्गा के आशीर्वाद का आह्वान करके, जीवन के सभी पहलुओं में उनका दिव्य मार्गदर्शन और सुरक्षा प्राप्त कर सकते हैं।

कुल मिलाकर, दुर्गा चालीसा का पाठ या जप करने से भक्त को आध्यात्मिक विकास, बेहतर स्वास्थ्य और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा सहित कई लाभ हो सकते हैं।

FAQ On Durga Chalisa Lyrics

  1. What is Durga Chalisa?

    Durga Chalisa is a Hindu devotional hymn that praises the divine mother, Durga. The hymn consists of forty verses that describe the various aspects of Durga’s divine nature and seek her blessings.

  2. Who composed Durga Chalisa?

    The exact origin of Durga Chalisa is unknown, but it is believed to have been composed by the 16th-century poet Tulsidas. Tulsidas is also known for his other devotional works, including the Ramcharitmanas.

  3. What are the benefits of chanting Durga Chalisa?

    Chanting Durga Chalisa is believed to have several benefits, including the ability to dispel negative energies, overcome obstacles, and grant blessings of health, wealth, and prosperity. The hymn is also said to help in developing a sense of devotion and surrender to the divine mother.

  4. When is Durga Chalisa chanted?

    Durga Chalisa can be chanted at any time, but it is often chanted during the Navaratri festival, a Hindu festival that celebrates the triumph of good over evil and honors the nine forms of Durga.

  5. Who can chant Durga Chalisa?

    Durga Chalisa can be chanted by anyone, regardless of their caste, creed, or religion. The hymn is often chanted by devotees of Durga and is a popular devotional song in Hinduism.

  6. What is the significance of the number forty in Durga Chalisa?

    The word “Chalisa” means “forty” in Hindi, and the hymn consists of forty verses that describe the various aspects of Durga’s divine nature. The number forty is considered to be auspicious in Hinduism and is believed to have a powerful spiritual significance.

  7. Are there any precautions to be taken while chanting Durga Chalisa?

    It is recommended to chant Durga Chalisa with devotion and sincerity, and to avoid chanting it with any negative or impure intentions. It is also advisable to seek guidance from a spiritual teacher or guru before starting to chant the hymn.

All God Chalisa

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